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Insurance claim reject क्यों होता है, जानिए खास कारण?

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कई कार्यों में क्षतिपूर्ति हो सके इसलिए हम अलग-अलग तरह के बीमा करवाते हैं. जैसे इलाज के लिए हैल्थ इन्शुरेंस, वाहन के लिए मोटर इन्शुरेंस, मोबाइल के लिए मोबाइल इन्शुरेंस आदि. कभी-कभी इनमें आपको Insurance Claim मिल जाता है लेकिन कभी-कभी कंपनी द्वारा आपका Insurance Claim Reject कर दिया जाता है.

जब भी आप किसी तरह का इन्शुरेंस क्लैम करने जाते हैं तो आपको कई सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए. इसके बाद अपना इन्शुरेंस क्लैम करना चाहिए. Insurance Claim Reject न हो इसलिए इसके बारे में जानकारी होना जरूरी है. काफी सारे लोगों के इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट हो जाते हैं और वो समझ नहीं पाते कि इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट क्यों हो जाता है?

मोटर क्लैम रिजेक्ट क्यों होता है? (Why motor insurance claim rejected?) u

मोटर क्लैम आप तभी करते हैं जब आपके वाहन का एक्सिडेंट हो जाता है. एक्सिडेंट होने पर भी कुछ सूरतों में आपका Motor Insurance Claim Reject हो सकता है.

– एक्सीडेंट होने से पहले आपकी पॉलिसी खत्म हो गई और आपने रिन्यू नहीं करवाई और एक्सीडेंट के बाद आपने पॉलिसी को रिन्यू करवाया तो कंपनी आपके क्लैम को रिजेक्ट कर देगी.

– इन्शुरेंस पॉलिसी लेते समय यदि आप गाड़ी की स्थिति गलत बताते हैं और बाद में गाड़ी कि पहले वाली खराबी को एक्सिडेंट का नाम दे देते हैं तो कंपनी आपका इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट कर सकती है.

– गाड़ी में यदि बीमा कंपनी को बिना बताए आपने कोई मोडिफिकेशन करवाया, जिससे गाड़ी के इंजन और उसकी आंतरिक या बाहरी संरचना में कोई बदलाव आया है तो एक्सीडेंट होने पर कंपनी आपका इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट कर देगी.

– गाड़ी चलाते-चलाते गाड़ी में कोई मेकेनिकल या इलेक्ट्रिकल गलती आ जाती है या इस कारण से वो खराब हो जाती है तो आपका इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट हो सकता है.

– गाड़ी का एक्सीडेंट होने के बाद आप बिना बीमा कंपनी को बताए गाड़ी को रिपेयर होने के लिए भेज देते हैं तो भी आपका मोटर इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट हो सकता है.

– आपने जब गाड़ी खरीदी और इन्शुरेंस पॉलिसी ली तो उसे पर्सनल यूज बताकर लिया लेकिन गाड़ी का आप कमर्शियल उपयोग कर रहे हैं और इसी दौरान एक्सिडेंट हो जाता है तो क्लैम करने पर आपका क्लैम रिजेक्ट हो सकता है.

हैल्थ इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट क्यों होता है? (Health Insurance Claim Reject Reason)

फ्री इलाज हो सके इसके लिए कई सारे लोग हैल्थ इन्शुरेंस लेते हैं लेकिन इसे लेते समय इसके बारे में अच्छी तरह जांच पड़ताल करनी चाहिए. इसमें भी आपकी छोटी सी गलती आपका Health Insurance Claim Reject करवा सकती है.

– हैल्थ इन्शुरेंस फॉर्म भरते वक़्त आपको खुद के स्वास्थ से जुड़ी हर जानकारी सही देनी चाहिए. जैसे आपको पहले से कौन सी बीमारी है, आप स्मोकिंग करते हैं या नहीं, आप शराब पीते हैं या नहीं. अगर आप गलत जानकारी देते हैं तो बाद में कंपनी आपका क्लैम रिजेक्ट कर देती है.

– आपको पहले से कोई बीमारी है जैसे डाइबिटीज़, थाइराइड आदि तो आपको पहले ही इन्शुरेंस कंपनी को बताना चाहिए. अगर आप बाद में बताते हैं तो सिर्फ इस गलती के कारण आपका मेडिकल इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट हो सकता है.

– एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आपने दावा दर्ज करने में पहले से तय तारीख से ज्यादा समय लिया है तो इससे आपको लंबे समय तक जांच के लिए बुलाया जा सकता है और संदेह होने पर बीमा कंपनी आपका क्लैम भी रिजेक्ट कर सकती है.

– बीमा पॉलिसी के प्रीमियम के भुगतान यदि आप सही समय पर नहीं करते हैं जिसके कारण पॉलिसी लैप्स हो गई तो आपके द्वारा किया गया क्लैम रिजेक्ट हो सकता है.

इन्शुरेंस क्लैम रिजेक्ट होने के कारण (Insurance Claim Rejected Reason) 

इन्शुरेंस क्लैम किसी भी तरह का हो कुछ खास कारण होते हैं जिनकी वजह से वो रिजेक्ट होता है.

1) आपकी पॉलिसी लैप्स नहीं होना चाहिए.
2) आपने बीमा करवाते वक़्त सभी जानकारी एक दम सही एवं सटीक दी हो.
3) आपने बीमा पॉलिसी के किसी नियम का उल्लंघन न किया हो.
4) बीमा कंपनी को बताए बिना आपने इलाज करवाया हो या गाड़ी रिपेयर करवाई हो.

जब भी आप बीमा ले तो कुछ दिन लेकर उसके नियमों को अच्छी तरह पढ़ें और समझें. यदि आपको कुछ समझ नहीं आए तो आप बीमा एजेंट की मदद ले सकते हैं. लेकिन इन नियम को पढ़ने और समझने के बाद आप ये जान पाएंगे कि बीमा कंपनी आपके क्लैम को किन हालत में रिजेक्ट कर सकती है.

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By रवि नामदेव

युवा पत्रकार और लेखक

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